शिरोबिंदु से सूर्य के दो बार जाने के अंतराल को दृष्ट सूर्य दिन (
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शिरोबिंदु से सूर्य के दो बार जाने के अंतराल को दृष्ट सूर्य दिन (Apparent solar day) कहते हैं।
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१२. यदि कुण्डली का लग्नेश निर्बल हो, धनेश सूर्य से युत होकर द्वादश भाव में हो तथा द्वादश भाव में नीच या पापग्रह से दृष्ट सूर्य हो तो ऐसा जातक राज्य से दण्ड स्वरूप धन का नाश करता है।
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12. यदि कुण्डली का लग्नेश निर्बल हो, धनेश सूर्य से युत होकर द्वादश भाव में हो तथा द्वादश भाव में नीच या पापग्रह से दृष्ट सूर्य हो तो ऐसा जातक राज्य से दण्ड स्वरूप धन का नाश करता है।
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यदि लग्नेश या बुध मंगल-राहु तथा सूर्य-शुक्र के मध्य हो तथा द्वादशांश कुंडली में राहु से युक्त मंगल की दृष्टि सूर्य या बुध पर हो तो श्वेत तंतु कुष्ठ, यदि मंगल दृष्ट सूर्य-शुक्र तुला या मेष में हो एवं द्वादशांश कुंडली में शनि या राहु से युक्त या दृष्ट सूर्य हो तो ऊताकीय श्वेतकुष्ठ होता है।